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From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2558 – माँ का आशीर्वाद हम सब पे बना रहे ; यही प्रार्थना है ; यही इच्छा है ; यही विनम्र निवेदन है ।। https://t.co/QVYCRyf4RD001542

T 2558 – माँ का आशीर्वाद हम सब पे बना रहे ; यही प्रार्थना है ; यही इच्छा है ; यही विनम्र निवेदन है ।।

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2544 – हम सब के अंदर एक अनकहा, अनजाना शक्ति का भंडार होता है , जो तब बहार आता है, जब ज़िन्दगी हमारा इम्तेहान लेती है https://t.co/Pc9RF0gLh1001477

T 2544 –
हम सब के अंदर एक अनकहा, अनजाना शक्ति का भंडार होता है , जो तब बहार आता है, जब ज़िन्दगी हमारा इम्तेहान लेती है

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2541 -" नफ़रत का, ख़ुद का अपना कोई वज़ूद नहीं होता है। यह तो मोहब्बत की ग़ैर मौजूदगी का नतीजा है।"~ef sanjay https://t.co/krcFgIlU8X001463

T 2541 -” नफ़रत का, ख़ुद का अपना कोई वज़ूद नहीं होता है।
यह तो मोहब्बत की ग़ैर मौजूदगी का नतीजा है।”~ef sanjay

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2540 – उस समस्या का समाधान कभी हो नहीं सकता , जब तक हम उस मनःस्थिति से उसके बारे में सोचते रहेंगे , जिस मनःस्थिति से हमने उसे बनाया था .. https://t.co/x7xWumR9W4001461

T 2540 –
उस समस्या का समाधान कभी हो नहीं सकता , जब तक हम उस मनःस्थिति से उसके बारे में सोचते रहेंगे , जिस मनःस्थिति से हमने उसे बनाया था ..

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2536 – ये जन समूह , स्नेह सागर ये ; भावनाओं का सैलाब है ये कृतज्ञ हूँ मैं , आभारी हूँ ; अच्छे कर्मों का फल हूँ मैं , क्यूँ ? https://t.co/02cs76edTF001446

T 2536 –
ये जन समूह , स्नेह सागर ये ; भावनाओं का सैलाब है ये
कृतज्ञ हूँ मैं , आभारी हूँ ;
अच्छे कर्मों का फल हूँ मैं , क्यूँ ?

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2534 -आलोचना का स्वागत करना चाहिए ।। वरना कैसे पता चलेगा की हमारी बात लोगों तक पहुँची की नहीं ।।???? https://t.co/nh2dwiRT60001432

T 2534 -आलोचना का स्वागत करना चाहिए ।। वरना कैसे पता चलेगा की हमारी बात लोगों तक पहुँची की नहीं ।।🌺

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2520 – जीत का डंका जब बजता है ; तो अनेक अनचाहे प्रश्नों का उत्तर अपने आप मिल जाता है ।। कोसते रहो ! विजय इस परदे के पार है ।। https://t.co/2nKMx8TO1Y001372

T 2520 – जीत का डंका जब बजता है ; तो अनेक अनचाहे प्रश्नों का उत्तर अपने आप मिल जाता है ।। कोसते रहो ! विजय इस परदे के पार है ।।

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2513 – https://t.co/SZldLeuxHs राष्ट्रगान 🇮🇳 , देश का गौरव … और मेरा सौभाग्य । इतने सारे 'दिव्यांग' के बीच , एक 'विकलांग' – मैं https://t.co/MUkbmPhh2h001351

T 2513 – http://youtu.be/JoX-QppO55c राष्ट्रगान 🇮🇳 , देश का गौरव … और
मेरा सौभाग्य । इतने सारे ‘दिव्यांग’ के बीच , एक ‘विकलांग’ – मैं

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2504 – कोई मेरा बुरा करे वो कर्म उसका। मैं किसी का बुरा न करू यह धर्म मेरा। ???????????????? https://t.co/pKi1ezTlsb001323

T 2504 –
कोई मेरा बुरा करे वो कर्म उसका।
मैं किसी का बुरा न करू यह धर्म मेरा। 🙏🌹🌺🌷

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2493 – रात्रि के भोजन के बाद , जो सौंफ खाने का मज़ा होता है , वो कुछ और ही होता है ।। ना जाने क्यूँ पेट कभी भरता ही नहीं उससे ।। https://t.co/7FE9zNbVUa001280

T 2493 – रात्रि के भोजन के बाद , जो सौंफ खाने का मज़ा होता है , वो कुछ और ही होता है ।। ना जाने क्यूँ पेट कभी भरता ही नहीं उससे ।।

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2493 – रात्रि के भोजन के बाद , जो सौंफ खाने का मज़ा होता है , वो कुछ और ही होता है ।। ना जाने क्यूँ पेट कभी भारत ही नहीं उससे ।। https://t.co/OI7LRQWc0f001279

T 2493 – रात्रि के भोजन के बाद , जो सौंफ खाने का मज़ा होता है , वो कुछ और ही होता है ।। ना जाने क्यूँ पेट कभी भारत ही नहीं उससे ।।

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2461 -W कहने का तात्पर्य ये है की , की डर तो तब लगना चाहिए जब हम हमेशा सफल होते रहेंगे https://t.co/Njc9SzYZnt001129

T 2461 -W
कहने का तात्पर्य ये है की , की डर तो तब लगना चाहिए जब हम हमेशा सफल होते रहेंगे

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2458 – सुन्दर शब्दों का उपयोग, हमेशा सच्चाई व्यक्त नहीं करते , सच्चाई नहीं दर्शाते …. और सत्य वचन , सदा सुंदर नहीं लगते … !! ~ ab https://t.co/GRoqGq2jhH001106

T 2458 –
सुन्दर शब्दों का उपयोग, हमेशा सच्चाई व्यक्त नहीं करते , सच्चाई नहीं दर्शाते …. और सत्य वचन , सदा सुंदर नहीं लगते … !!
~ ab

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2447 – वृद्धावस्ता का सफर व्यर्थ हो जाता है , अगर वो हमें प्रौढ़ता, परिपक्वता, सिद्धि, सम्पूर्णता और शांति के पथ से वंचित करे …. ~ https://t.co/rV91IvHIor001059

T 2447 –
वृद्धावस्ता का सफर व्यर्थ हो जाता है , अगर वो हमें प्रौढ़ता, परिपक्वता, सिद्धि, सम्पूर्णता और शांति के पथ से वंचित करे …. ~

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2439 – देश का हर गाँव हो खुले में शौच से मुक्त, देखना कैसे हो जाएंगी बीमारियां लुप्त! #DarwazaBand @SwachhBharat… https://t.co/e8lXC1rZTC001027

T 2439 – देश का हर गाँव हो खुले में शौच से मुक्त, देखना कैसे हो जाएंगी बीमारियां लुप्त! #DarwazaBand @SwachhBharat… https://twitter.com/i/web/status/869104079099883520

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2415 -" We are the first victim of our own anger. "~ अपने गुस्से का सबसे पहला शिकार हम ही होते हैं https://t.co/KbXqKS3V9H000942

T 2415 -” We are the first victim of our own anger. “~
अपने गुस्से का सबसे पहला शिकार हम ही होते हैं

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2503 -" इस गर्मी का आलम बस … इतना समझ ले ग़ालिब…. कपडे धोते ही सूख जाते है । और पहनते ही गीले हो जाते है ।।… https://t.co/lw9869iZmb000910

T 2503 -” इस गर्मी का आलम बस …
इतना समझ ले ग़ालिब….

कपडे धोते ही सूख जाते है ।
और पहनते ही गीले हो जाते है ।।… https://twitter.com/i/web/status/856013736493973505

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2433 – An observation form my Ef : "नदी का पानी मीठा होता है क्योंकि वो देती रहती है। सागर का पानी खारा (cont) https://t.co/E0XsJ9CAvG000727

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From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2491 -पिछले कुछ दिन , नव वर्ष का स्वागत करने के लिए , हमने ऋषिकेश स्थित 'आनंदा ' में बिताये … सूंदर शांत (cont) https://t.co/jgRVfd471I000557

T 2491 -पिछले कुछ दिन , नव वर्ष का स्वागत करने के लिए , हमने ऋषिकेश स्थित ‘आनंदा ‘ में बिताये … सूंदर शांत (cont) http://tl.gd/n_1spgb0o

From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchchan T 2447 – Babuji की एक कविता की पंक्ति है : " मिटटी का तन , मस्ती का मन , क्षण भर जीवन, मेरा परिचय " ~ हरिवंश (cont) https://t.co/9DSIzBzMnE000391

T 2447 – Babuji की एक कविता की पंक्ति है : ” मिटटी का तन , मस्ती का मन , क्षण भर जीवन, मेरा परिचय ” ~ हरिवंश (cont) http://tl.gd/n_1spads8

T 2391 -अपनी ज़िन्दगी से किसी को काट देने का मतलब ये नहीं हुआ कि हम उससे घृणा करते हैं, उसका मतलब ये हुआ की हम, अपनी इज़्ज़त करते हैं

T 2391 -अपनी ज़िन्दगी से किसी को काट देने का मतलब ये नहीं हुआ कि हम उससे घृणा करते हैं, उसका मतलब ये हुआ की हम, अपनी इज़्ज़त करते हैं

T 2334 -संसार रूपी वृक्ष का यह फल दो रसोंवाला है । काव्यामृत के स्वाद मे सज्जनों का सहयोग ।।pic.twitter.com/g1yPreuOSG

T 2334 -संसार रूपी वृक्ष का यह फल दो रसोंवाला है ।
काव्यामृत के स्वाद मे सज्जनों का सहयोग ।। pic.twitter.com/g1yPreuOSG

T 2333 – कवि तो कहते हैं कि सज्जनों का मन मख्खन की तरह कोमल होता है । मगर औरों की पीडा देखकर सज्जन पिघलते है, मख्खन नहीं पिघलता ।।

T 2333 –
कवि तो कहते हैं कि सज्जनों का मन मख्खन की तरह कोमल होता है ।
मगर औरों की पीडा देखकर सज्जन पिघलते है, मख्खन नहीं पिघलता ।।

@SrBachchan Sir & Jaya Ma'am..! लुटे कोई मन का नगर बनके मेरा साथी..! @manharudhas @mangeshkarlata #43YearsOfAbhimaanpic.twitter.com/pH8wY7vy5b

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T 2324 हमें कुछ करने का अधिकार मिलता है, एक .. वो अधिकार सही है या नहीं, दूसरा …. दोनों अंतर जानना, उचित – अनुचित का विचार , कहलाता है

T 2324 हमें कुछ करने का अधिकार मिलता है, एक .. वो अधिकार सही है या नहीं, दूसरा …. दोनों अंतर जानना, उचित – अनुचित का विचार , कहलाता है