From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchan

T 3159 -‘ हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली।
कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली।

सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ।
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।।….’
~ Ef SA 🙏