T 3142 – लिखने बैठते हैं , और जैसे ही कुछ छापने का मन करता है , वैसे ही नज़रें इधर उधर घूमने लगती हैं । इसने क्या लिखा , उसने क्या लिखा , किसको पड़ी , किसे नहीं ; ये माध्यम है बड़ा आश्चर्य जनक ❤️🙏😃
T 3142 – लिखने बैठते हैं , और जैसे ही कुछ छापने का मन करता है , वैसे ही नज़रें इधर उधर घूमने लगती हैं । इसने क्या लिखा , उसने क्या लिखा , किसको पड़ी , किसे नहीं ; ये माध्यम है बड़ा आश्चर्य जनक ❤️🙏😃