T 3086 -” जीवन की आपाधापी में ,कब वक़्त मिला कुछ देर कहीं पर बैठ कभी ये सोच सकूँ , जो किया कहा माना उसमें क्या बुरा भला “~ HRB
T 3086 -” जीवन की आपाधापी में ,कब वक़्त मिला कुछ देर कहीं पर बैठ कभी ये सोच सकूँ , जो किया कहा माना उसमें क्या बुरा भला “~ HRB