T 3930 -” जिन्दगी का फलसफा भी
कितना अजीब है,_
शामें कटती नहीं और,
साल गुजरते चले जा रहे हैं ” !
~ hrb
लेकिन अब उम्मीद है कि शायद थोड़ा सा परिवर्तन हो 🙏
T 3930 -” जिन्दगी का फलसफा भी
कितना अजीब है,_
शामें कटती नहीं और,
साल गुजरते चले जा रहे हैं ” !
~ hrb
लेकिन अब उम्मीद है कि शायद थोड़ा सा परिवर्तन हो 🙏