T 2903 –
आइए , आज मैं आपको , सपनों का एक मकान दिखाता हूँ ,
अनजाने अनदेखे चेहरों की मुस्कान दिखाता हूँ ,
इंसानों से जुड़ता , हर इंसान दिखाता हूँ …
हिंदुस्तान दिखाता हूँ .. मैं हिंदुस्तान दिखाता हूँ ..

T 2903 –
आइए , आज मैं आपको , सपनों का एक मकान दिखाता हूँ ,
अनजाने अनदेखे चेहरों की मुस्कान दिखाता हूँ ,
इंसानों से जुड़ता , हर इंसान दिखाता हूँ …
हिंदुस्तान दिखाता हूँ .. मैं हिंदुस्तान दिखाता हूँ ..