T 3136 -” *”परिवार”का हाथ पकड़ कर चलिये; लोगों के “पैर” पकड़ने की नौबत नहीं आएगी;*
आर्थिक स्थिति कितनी भी अच्छी हो, जीवन का आनंद तो मानसिक स्थिति पर निर्भर है।
कामयाबी के सफर में धूप बड़ी काम आई
छांव अगर होती तो कब के सो गए होते.. ”
thank you Ef
T 3136 -” *”परिवार”का हाथ पकड़ कर चलिये; लोगों के “पैर” पकड़ने की नौबत नहीं आएगी;*
आर्थिक स्थिति कितनी भी अच्छी हो, जीवन का आनंद तो मानसिक स्थिति पर निर्भर है।
कामयाबी के सफर में धूप बड़ी काम आई
छांव अगर होती तो कब के सो गए होते.. ”
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