T 4142 –
जी हाँ हुज़ूर मैं लिखता हूँ ; मैं रोज़ रात को लिखता हूँ !
ये लिखा था आज मैंने अपने Blog पे ,
कल लिखूँगा इसी जगह अपने सदुपयोग से
DAY 5062, प्रतिदिन, हो गया ये आत्म्मंथन
कुछ क्रंदन, सचेतन और कुछ अनुकथन ;
पर हाँ, हुज़ूर, मैं लिखता हूँ ;
मैं रोज़ रात को लिखता हूँ !