T 4072 – पूज्य बाबूजी के शब्द :
“जीवन को जानना एक खोज है, उसे कुछ भूल-भटककर ही जाना जा सकता है ।
कभी पश्चात्ताप के स्वर में मैंने भी कहा था , ‘जीवन भूल का इतिहास ‘, लेकिन एक दिन मैंने अपने उस इतिहास को पलटा तो पाया , ‘अपनी एक भूल से सीखा ज़्यादा औरों के सच सौ से ‘ ..”
~HRB