T 4070 –
“अपने युग में सबको अनुपम ज्ञात हुई अपनी हाला ,
अपने युग में सब को अद्भुत ज्ञात हुआ अपना प्याला ,
फिर भी वृद्धों से जब पूछा एक यही उत्तर पाया –
अब ना रहे वो पीने वाले, अब न रही वो मधुशाला ।”🚩
~ हरिवंश राय बच्चन
T 4070 –
“अपने युग में सबको अनुपम ज्ञात हुई अपनी हाला ,
अपने युग में सब को अद्भुत ज्ञात हुआ अपना प्याला ,
फिर भी वृद्धों से जब पूछा एक यही उत्तर पाया –
अब ना रहे वो पीने वाले, अब न रही वो मधुशाला ।”🚩
~ हरिवंश राय बच्चन