From BigBEfamily.com Our Humble Tribute to Mr. Amitabh Bachchan

T 3952 –
ये कैसा सौदा वक्त मुझसे कर गया
तजुर्बे देके मेरी नादानियां ले गया…

*कश्मकश*

साहिल पे बैठा मैं…
कभी ये सोचता हूं ,
कौन ज़्यादा मजबूर है ?
ये किनारा..
जो चल नहीं सकता,
या वो लहर ..
जो ठहर नहीं सकती ?

——————
अनाम